Quotes#1 ” चाटुकार से निंदक अच्छा “
••चिराग़ों तले अंधकार••
पढ़ के तो देखें….क्या पता अच्छा भी लग सकता हे ना 😜
कभी चिराग़ों तले की अंधकार को देखे हो ?
नामुमकिन हे क्य ?
जिंदेगी की सफ़र में….कुछ लोग वैसे भी मिलते हैं !!!!!
जो केवल ही केवल हमारे साथ तबतक निभाते….हैं जबतक वो अंधकार उजाले में ना बदल जाए !
ए मेरे दोस्त….मेरे हमसफ़र ये ख़ूब याद रखना “अपने चाटु कार से देखा जाए तो अपने निंदक को ज़िन्दगी में ज़्यादा अहमियत देना…….
क्यूँ की……
“वही तो हे असली सफ़ाई वाला जो तुमारे अंधकार को मिटा त। हे”
“क्या कहना…..बस लिख डाला मन की बात अपने पंक्तिओ मे”